संस्कृति >> रामायण का आचार-दर्शन रामायण का आचार-दर्शनअम्बा प्रसाद श्रीवास्तव
|
5 पाठकों को प्रिय 153 पाठक हैं |
प्रस्तुत पुस्तक में रामायण के प्रमुख चरित्रों के आदर्शों का तटस्थ और विवेकी अध्ययन हैं। इसमें पात्रों के उन विचारों और कर्मों का निस्संकोच उल्लेख है जिनके कारण लेखक पर अनास्थावादी होने का आरोप भी लगाया जा सकता है।
|
लोगों की राय
No reviews for this book