नई पुस्तकें >> भव्यता का रंगकर्म रतन थियाम से संवाद भव्यता का रंगकर्म रतन थियाम से संवादउदयन वाजपेयी
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मणिपुर के प्रसिद्ध रंगकर्मी रतन थियाम से उनकी विविध प्रस्तुतियों पर एक लम्बी बातचीत
''रतन थियाम आधुनिक भारतीय रंगमंच में एक अनूठी उपस्थिति रहे हैं। उन्होंने मणिपुर की लोक-परम्परा, व्यापक भारतीय परम्परा और आधुनिकता के बीच बहुत सघन-उत्कट और रंग प्रभावी रिश्ता अपने रंगकर्म में खोजा-पाया है। उनसे इस लम्बी बातचीत में उनके रंग-जीवन, संघर्ष, तनावों आदि के साथ-साथ व्यापक भारतीय रंगमंच के द्वन्द्वों और संघर्षों को समझने की दृष्टि मिलती है।''
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