गीता प्रेस, गोरखपुर >> महापाप से बचो महापाप से बचोस्वामी रामसुखदास
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प्रस्तुत पुस्तक मनुष्यों को सचेत करती है पाप किसी के भी द्वारा हुआ हो उसे उसका परिणाम देर सवेर भुगतना ही पड़ता है यह पुस्तक मनुष्य को सचेत करती है।
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