नई पुस्तकें >> मृणाल पांडे का रचना संसार मृणाल पांडे का रचना संसारअर्चना शुक्ला
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
हिंदी की आधुनिक लेखिकाओं में मृणाल पण्डे अपने विशिष्ट रचना संसार के कारण अलग पहचान बनाए हुए हैं। उनका लेखन जीवन कि समग्रता का प्रस्तुतीकरण लेकर सामने आता है। उन्होंने स्त्री की पहचान, स्त्री कि शक्ति, स्त्री के संघर्ष एवं स्त्री से जुड़े हुए अनेक प्रश्नों का विश्लेषण अपनी रचनाओं में किया है। मृणाल पाण्डे का भारतीय जीवन के नये परिवेश पर गम्भीर पकड़ है, जिसमे भारतीय परिवारों कि व्यवस्था करती हुई नारी का यथार्थ चित्रण है। उनके कथा साहित्य में चित्रित नारी परिवेश, स्थिति और विशिष्ट संवेदनाओं को लेकर सामने आती है। उनकी रचनाओं में स्वाभाविकता एवं सहजता है। अनुभूति की गहराई एवं नवीन मूल्यों को उभारने का प्रयत्न भी उनकी रचनाओं की प्रमुख विशिष्टता है। नारी का बदलता रूप, उसका आत्मविश्वास एवं विद्रोह, अपनी अस्मिता की पहचान करती अदभुत जीवत, नारी के ए तमाम नवीन रूप उनके कथा साहित्य में दृष्टिगोचर होते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में भी मृणाल पाण्डे का कोई जवाब नहीं। किसी मंत्री से राजनीति पर बातचीत हो या भाषा-विवाद या महिला मुद्दा सभी पर उनकी प्रस्तुति विचारोत्तेजक होती है। पत्रकारिता का कोई भी क्षेत्र उनसे अछूता नहीं।
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