नई पुस्तकें >> बीमारियाँ हारेंगी बीमारियाँ हारेंगीअबरार मुल्तानी
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
मनुष्य गुफा मानव से आधुनिक मानव में परिवर्तित हो गया है। सभ्यता और विकास की अद्भुत यात्रा ने हमें अकल्पनीय बुलंदियों पर पहुँचाया है और इस प्रगति का सम्मान किया जाना चाहिए। लेकिन इस विकास यात्रा में मनुष्य ने अपने स्वास्थ्य को नष्ट किया है, और अब वह जन्म लेते ही बीमार हो जाता है। उसकी ज़िन्दगी के दिन कम हो गए हैं और मृत्यु का इंतज़ार बढ़ गया है। अनेक बीमारियों से घिरा आज का आदमी बीमारियों के मूल कारणों को अनदेखा करके निरंतर नई दवाओं की खोज में लगा हुआ है।
आइये हम फिर से अपने स्वास्थ्य को वैसा ही बना लें जैसा हमारे पूर्वजों का था। हमारी उन्नति की यात्रा का सम्पूर्ण आनंद बिना सेहत के अधूरा है। आइये हम बीमार होने की कभी न टूटने वाली श्रृंखला को तोड़ें और बीमारियों को हरा दें। हम विजेता बनाने का प्रयास करें, क्योंकि ईश्वर ने हमें बीमारियों को हारने के सभी उपाय प्रदान किये हैं... आवश्यकता है उनका प्रयोग करने की, जो यह पुस्तक आपको सिखाएगी।
आइये हम फिर से अपने स्वास्थ्य को वैसा ही बना लें जैसा हमारे पूर्वजों का था। हमारी उन्नति की यात्रा का सम्पूर्ण आनंद बिना सेहत के अधूरा है। आइये हम बीमार होने की कभी न टूटने वाली श्रृंखला को तोड़ें और बीमारियों को हरा दें। हम विजेता बनाने का प्रयास करें, क्योंकि ईश्वर ने हमें बीमारियों को हारने के सभी उपाय प्रदान किये हैं... आवश्यकता है उनका प्रयोग करने की, जो यह पुस्तक आपको सिखाएगी।
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