कहानी संग्रह >> पता नहीं क्या होगा पता नहीं क्या होगाहरजेन्द्र चौधरी
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हरजेन्द्र चौधरी समकालीन कहानी के जाने-माने नाम हैं. 'पता नहीं क्या होगा' उनका पहला कथा-संग्रह है.
हरजेन्द्र चौधरी समकालीन कहानी के जाने-माने नाम हैं. 'पता नहीं क्या होगा' उनका पहला कथा-संग्रह है. इसमें संकलित कहानियों से गुजरते हुए हमें हमारे समय की बनती-बिगड़ती छवियाँ दिख पड़ती हैं. ख़ासकर नब्बे के बाद का समय, जो तमाम विराट सामाजिक व्यवस्थाओं के ध्वंस एवं चमकीले उदारीकरण के उदय का समय है, अपनी आत्मा में गहरे तक धँसे घातों-प्रतिघातों के साथ इन कहानियों में उद्भासित-उद्घाटित हुआ है.
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