लेख-निबंध >> झारखंड के आदिवासियों के बीच झारखंड के आदिवासियों के बीचवीर भारत तलवार
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झारखण्ड के आदिवासियों पर विचारोत्तेजक लेख
डॉ. वीर भारत तलवार का यह लेखन किसी एक विधा विशेष के अन्तर्गत नहीं आता। इसमें बौद्धिक चिन्तन-मनन है तो सरस जीवनी और संस्मरण भी हैं; खतो-किताबत है तो रिपोर्टिंग और रिपोर्ताज भी हैं; राजनीतिक और भाषिक विवेचन है तो डायरी और साहित्यिक आलोचना भी है। इसका विषय जितना राजनीतिक है उतना ही समाजशास्त्रीय है।
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