नई पुस्तकें >> मन भ्रमण मन भ्रमणसोनाली सिंघल
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सरल भाषा से भरी इन कविताओं में केवल मन की आवाज़ छुपी है वो आवाज़ जो मैं अपने आसपास महसूस करती हूँ।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
मेरे जीवन का अनुभव हर पल मुझे प्रोत्साहित करता है कि मैं उसे कविताओं के माधयम से रच कर आप तक पहुँचाने का प्रयास करती रहूँ ! सरल भाषा से भरी इन कविताओं में केवल मन की आवाज़ छुपी है वो आवाज़ जो मैं अपने आसपास महसूस करती हूँ। अन–कहे शब्दों के भंवर में पिरो कर कविता का रूप देती हूँ। आशा करती हूं कि इन कविताओं को पढ़ने के बाद आपके लिए उन परिस्थितियों को समझना और भी आसान हो जाएगा।