नई पुस्तकें >> मंज़र गवाह हैं मंज़र गवाह हैंयशपाल सिंह
|
0 |
जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनी ग़ज़लों के माध्यम से दर्शाया है जिसमें रिश्ते की गहराई भी है और महंगाई, राजनीति का दर्शन है।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
प्रस्तुत काव्य संग्रह में कवि यशपाल सिंह ‘यश’ ने जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनी ग़ज़लों के माध्यम से दर्शाया है जिसमें रिश्ते की गहराई भी है और महंगाई, राजनीति का दर्शन है और ईमानदारी से जीवन यापन करने की कठिनाई भी है।