नई पुस्तकें >> एना की किताब एना की किताबरवीना गांधी
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
शनिवार की सुबह थी। आज एना को स्कूल नहीं जाना था।
‘‘एना, यहां आओ। कोट और जूते पहनकर तैयार हो जाओ। बाजार चलना है,’’ उसकी मम्मी न कहा।
‘‘एना, यहां आओ। कोट और जूते पहनकर तैयार हो जाओ। बाजार चलना है,’’ उसकी मम्मी न कहा।
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