लेखक:
विजयमोहन सिंह
जन्म :- 1 जनवरी 1936, शाहाबाद (बिहार)। |
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60 के बाद की कहानियाँविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 24.95
सन् 1965 के सितम्बर महीने में जब यह संकलन पहली बार छपकर आया, तब तक इसमें सम्मिलित 14 कहानीकारों में से किसी का भी कोई कहानी-संग्रह प्रकाशित नहीं हुआ था। सबकी 3-4-5 कहानियाँ इधर-उधर पत्र-पत्रिकाओं में छपी थीं। आगे... |
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आज की कहानीविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 12.95
प्रामाणिकता, प्रासंगिकता, भोगा हुआ यथार्थ, रूमानीपन, फ़ैंटेसी और रूपक जैसे तमाम शब्द रोज़मर्रा आलोचना में निरर्थक ढंग से फेंके जाते रहे हैं। पर हिन्दी के कथा-साहित्य और उससे जुड़े हमारे देश-काल के व्यापक बुनियादी सवालों से मुठभेड़ होने पर वे यहाँ कुछ और ही रंग-रूप में सामने आते हैं। आगे... |
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आधुनिक हिन्दी गद्य साहित्य का विकास और विश्लेषणविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 20.95 |
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कथा समयविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 9.95
कथा समय अगर किसी रचना की कसौटी है, तो आलोचना की कसौटी भी वही है। कालबद्ध होकर ही ये दोनों कालजयी हो पाती हैं। लेकिन आलोचना-कर्म की एक कसौटी यह भी है कि अपने समय के रचना-कर्म को वह खुली आँखों से देखे और पूर्वग्रहमुक्त होकर उसकी पड़ताल करे। आगे... |
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कोई वीरानी सी वीरानी हैविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 5.95
प्रतिभाएँ या तो कुंठित हो रही है या अपनी वहशत में क्रमिक हत्याओं तथा आत्महत्याओं की ओर उग्रसर। आगे... |
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गमे हस्ती का हो किससेविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 7.95 प्रस्तुत है श्रेष्ठ कहानी-संग्रह... आगे... |
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चाय के प्याले में गेंदविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 12.95
चाय के प्याले में गेंद आगे... |
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बीसवीं शताब्दी का हिन्दी साहित्यविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 15.95 प्रस्तुत ह बीसवीं शताब्दी का हिन्दी साहित्य.... आगे... |
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बीसवीं शताब्दी का हिन्दी साहित्य (अजिल्द)विजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 6.95
लगभग ढाई सौ पृष्ठों के अपने सीमित आकार में, एक पूरी सदी के साहित्य की पड़ताल करने वाली यह एक ऐसी किताब है, जिसे एक सर्जक-आलोचक के सुदीर्घ अध्ययन तथा मनन का परिपाक कहा जा सकता है। आगे... |
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भेद खोलेगी बात हीविजयमोहन सिंह
मूल्य: $ 15.95 |