लेखक:
उदय प्रताप सिंह
जन्म : 1 जनवरी, 1955 ई., पखनपुर, अहरौला, आजमगढ़ (उ.प्र.)। शिक्षा : एम.ए., पी-एच.डी., हिन्दी पं. दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर। गतिविधियाँ : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली की तीन परियोजनाएँ पूर्ण की—सन्त साहित्य की सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना, भोजपुरी क्षेत्र स्थित सन्त कवियों का सामाजिक दर्शन : साहित्य और लोकप्रभाव, भारत की सामाजिक व्यवस्था में सन्त कवियों का योगदान। साहित्य सेवा : साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त दो विनिबन्ध—स्वामी रामानन्द तथा श्री वल्लभाचार्य प्रकाशित। उन्नीस पुस्तकों का लेखन तथा बारह का सम्पादन। सत्रह राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित। विभिन्न सांस्कृतिक एवं अकादमिक संस्थाओं द्वारा आयोजित सम्मेलनों में सहभागिता। सम्मान/पुरस्कार : ‘यास्क पुरस्कार’, ‘बुध सिंह बापना पुरस्कार’, ‘भाषा भूषण सम्मान’, ‘श्रीगुगन सिहाल स्मृति साहित्य सम्मान’, ‘अखिल भारतीय पं. माखनलाल चतुर्वेदी निबन्ध पुरस्कार’, ‘गुलाबराय सर्जना पुरस्कार’, ‘जगद्गुरु रामानन्दाचार्य पुरस्कार’, ‘नजीर अकबराबादी सर्जना पुरस्कार’, ‘श्री शुकदेव शास्त्री अखिल भारतीय निबन्ध संग्रह पुरस्कार’, ‘संस्कृति मनीषी सम्मान’ से विभूषित। सम्प्रति : अध्यक्ष, हिन्दुस्तानी एकेडेमी, प्रयागराज (उ.प्र.)। स्थायी पता : बी.एफ.एस. 13, हरनारायण विहार, सारनाथ, वाराणसी-221007 (उ.प्र.) ईमेल : dr.udaipratapsingh@gmail.com |
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भोजपुरी संस्कृति की सन्त कविताउदय प्रताप सिंह
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हिन्दुस्तान सबका हैउदय प्रताप सिंह
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