लेखक:
नवीन सिंह
उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद के गंगा माँ की गोद नाथूपुर टाण्डा ग्राम में 1986 में जन्म। माध्यमिक शिक्षा गाँव के विद्यालयों, तथा हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की पढ़ाई वाराणसी के उदय प्रताप इंटर कॉलेज से। एच.बी.टी.यू. (HBTU), कानपुर से अभियान्रिराकी से स्नातक की शिक्षा। प्राप्तकर पिछले 12 वर्षों से निजी क्षेत्र में कार्यरत। सौभाग्यवश विद्यालय स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों सहित एच.बी.टी.यू. (HBTU) कानपुर तथा यू.पी.टी.यू (UPTU), लखनऊ द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्टता का स्वर्ण पदक भी प्राप्त हुआ है। हिन्दी और अंग्रेज़ी के साथ-साथ कोरियन का भी ज्ञान। पिछले 5 सालों से दक्षिण कोरिया में रहते हुए ब्लॉग के माध्यम से हिन्दी और कोरियन संस्कृतियों के बीच की कड़ी बनने के लिए प्रयासरत। कहानियाँ और कविताएँ विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं। हिन्दी साहित्य अकादेमी, मुम्बई से सम्मान प्राप्त। हाल ही में प्रकाशित काव्य संग्रह ‘सारंगी : गीत मंथन के’ को पाठकों का अपार स्नेह प्राप्त। |
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गूँज दबते स्वरों कीनवीन सिंह
मूल्य: $ 12.95 |