डॉ. मुंजाजी धुराजी इंगोले 
 
 जन्म : 4 जनवरी 1967 
 शिक्षा : एम.ए. (हिंदी). बी.एड.,सेट, पी-एच.डी. 
 पद : असो.प्रो. विषय हिंदी, 
 अनुभव : 
 • अध्यापन स्नातक स्तर :27 वर्ष
 • रिसर्च : स्नातकोत्तर : 08 वर्ष, 02 पी-एच डी., 3 एम फिल. 
 प्रकाशित ग्रंथ : 
 • कथाकार बदीउज्जमाँ (शोध-ग्रंथ) 
 • हिंदी साहित्य : विविध विमर्श (शोधालेख) 
 • तू चाँद बनकर रह गई (कविता संग्रह) 
 • द्वितीय भाषा हिंदी : बी.ए./बी.कॉम/प्रथम वर्ष (स्वा.रा.ती.म.वि.वि. नांदेड, दूरस्थ शिक्षा) लेखन/संपादन 
 • आंबेडकरवादाचा भाष्यकार : महाकवि वामनदादा कर्डक (संपादन) 
 • यादों के झरोखे से (आत्मकथा)
 • मराठवाडा के आंबेडकरी कवि-गायकों का सर्वेक्षणात्मक एवं विश्लेषणात्मक अध्ययन (लघुशोध प्रकल्प) 
 पत्रिकाओं में प्रकाशित : 
 कविता, कहानी, शोधालेख : वाङमय (अलिगढ), नागफनी (देहरादून), आंबेडकर इन इंडिया (लखनौ), जनता (महाराष्ट्र) अक्षर वैदर्भी (अमरावती) वृक्षवेली (गंगाखेड), बोधिसत्व बाबासाहब टुडे (लखनौ), शोधऋतु (नांदेड), शोध प्रवाह (महा.), हायटेक रिसर्च अनालिसिस इंडोएशियन रिसर्च रिपोर्टर करंट ग्लोबल रिव्य विजन रिसर्च | विव, इंटरलिंक रिसर्च अनालिसिस, अजंता, रिसर्च जर्नी, दलित संवेग (लखनौ) 
 • 35 ग्रंथो में शोध आलेख प्रकाशित
 • अनेक राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में आलेख वाचन, काव्य-पाठ विशेष अतिथि के रूप में उपस्थिति 
 • आकाशवाणी परभणी केंद्र पर साक्षात्कार भाषण, परिचर्चा प्रसारित. 
 • लॉर्डबु्द्धा टी.व्ही. पर परिचर्चा में सहभाग 
 • कार्य : राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) का उल्लेखनीय कार्य सामाजिक, सास्कृतिक, शैक्षिक उपक्रमों में योगदान 
 संप्रति : 
 हिंदी विभागाध्यक्ष एवं शोध निर्देशक,
 श्री संत जनाबाई शिक्षा संस्था का 
 कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय, 
 गंगाखेड 
 जि. परभणी-431514 (महाराष्ट्र) 
 मोबाईल: 9970721935