लेखक:
केशुभाई देसाई
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दाहकेशुभाई देसाई
मूल्य: $ 8.95 प्रस्तुत उपन्यास में घने जंगलों के बीच बसे गांव दरबारगढ़ के सामन्ती परिवेश के एक ऐसे ही अभिशप्त या कहें नियति के चक्र में फँसकर रह गये पीड़ित परिवार की कथा-व्यथा है, जिसका रूपांकन कथाकार ने इस उपन्यास में बड़े ही रोचक और प्रभावशाली ढंग से किया है... आगे... |
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धर्मयुद्धकेशुभाई देसाई
मूल्य: $ 14.95 डॉ. केशुभाई देसाई का एक विशिष्ट समसामयिक उपन्यास... आगे... |
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हरा भरा अकालकेशुभाई देसाई
मूल्य: $ 10.95 गुजराती उपन्यास लीलो दुकाल का हिन्दी रूपान्तरण आगे... |
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3 पुस्तकें हैं|