लेखक:
बद्री नारायण
बद्री नारायण जीबी पन्त सोशल साइंस इंस्टीट्यूट, इलाहाबाद में प्रोफेसर हैं। उनकी रुचि लोक संस्कृति, समाज और मानवशास्त्रीय इतिहास से लेकर दलित और सबाल्टर्न मुद्दों तक है। वह हिन्दी और अंग्रेज़ी में लिखते हैं। श्री नारायण ने ‘दि मेकिंग ऑफ दलित पब्लिक इन नॉर्थ इंडिया : उत्तर प्रदेश, 1950-वर्तमान तक’ (2011), ‘फैसिनेटिंग हिन्दुत्व : सैफ्रान पॉलिटिक्स एंड दलित मोबिलाइजेशन’ (2009), ‘वुमेन हीरोज़ और दलित एसर्शन इन नॉर्थ इंडिया’ (2006) किताबें लिखी हैं। सम्मान : उन्हें फुलब्राइट सीनियर फेलोशिप (2004-05) और यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज से स्मट्स फेलोशिप (2007) भी प्राप्त हुई है। |
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कांशीराम : बहुजनों के नायकबद्री नारायण
मूल्य: $ 12.95 |
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खुदाई में हिंसाबद्री नारायण
मूल्य: $ 9.95 ये कविताएँ, कहा जा सकता है कि हमारे समाज के बहुजन की थेरी गाथाएँ हैं। आगे... |
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दलित वीरांगनाएँ एवं मुक्ति की चाहबद्री नारायण
मूल्य: $ 19.95 यह पुस्तक रेखांकित करती है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दलितों की भूमिका से सम्बंधित मिथकों और स्मृतियों का उपयोग इधर राजनितिक गोलबंदी के लिए किस तरह किया जा रहा है। आगे... |
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दलित वैचारिकी की दिशाएंबद्री नारायण
मूल्य: $ 10.95 दलित वैचारिकी की दिशाएं... आगे... |
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हिंदुत्व का मोहिनी मंत्रबद्री नारायण
मूल्य: $ 14.95 हिन्दुत्व का मोहिनी मंत्र' पुस्तक हिन्दुत्ववादी शक्तियों द्वारा दलितों को अपनी तरफ खींचने की मोहक रणनीतियों का विखंडन दिखाती है आगे... |