चर्चित पुस्तकें
उन्तीसवीं धारा का आरोपीमहाश्वेता देवीमूल्य: Rs. : 95
इस पुस्तक में अन्तर्विरोधी कर्तव्यों के आपसी द्वन्द्व और समाज के निचले तबके की दारूण जीवन स्थितियों का वर्णन किया गया है..... आगे... |
प्रसाद रचना संचयनविष्णु प्रभाकर, रमेशचंद्र शाहमूल्य: Rs. : 310 प्रसाद जी की सृजनात्मक कल्पना जहाँ एक ओर मानवीय करूणा से सम्बद्ध और प्रतिबद्ध रही है वहीं दूसरी ओर आनन्दवाद के प्रति समर्पित भी। आगे... |
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अज्ञातवासश्रीलाल शुक्लमूल्य: Rs. : 110 अज्ञातवास एक ऐसी ही अफसर श्रेणी के इंजीनियर की कहानी है जिसकी स्मृतियां एक चित्र को देखकर जाग उठती हैं और जो अपने स्वयं के मित्रों के जिस गांव में उसका डेरा है वहाँ के निवासियों के और अपनी बेटी के भी जीवन की घटनाओं को पर्त-दर-पर्त सामने रखती चली जाती हैं। आगे... |
श्रृंखला की कड़ियाँमहादेवी वर्मामूल्य: Rs. : 95
भारतीय नारी की समस्याओं का विवेचन.... आगे... |