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धर्म एवं दर्शन >> गीता प्रेस, गोरखपुर

कठोपनिषद्

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 12

कठोपनिषद् कृष्णयजुर्वेद की कठशाखा के अन्तर्गत है। इसमें यम और नाचिकेता के संवादरूप से ब्रह्मविद्या का बड़ा विशद वर्णन किया गया है...   आगे...

नारद पुराण

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 120

नारद पुराण में कल्याणकारी श्रेष्ठ विषयों का उल्लेख है। इसमें वेदों के छओं अंगों का विशद वर्णन तथा भगवान की सकाम उपासना का भी विस्तृत विवेचन है।   आगे...

कूर्मपुराण

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 80

भगवान् कूर्म द्वारा कथित होने के कारण ही इस पुराण का नाम कूर्म पुराण विख्यात हुआ।   आगे...

बालक की दिनचर्या

हनुमानप्रसाद पोद्दार

मूल्य: Rs. 10

बालक कैसे जागे, और कैसे सोए, और जागने के समय से लेकर सोने तक क्या-क्या और कैसे करे –यही इस छोटी सी पुस्तक में लेखकों के द्वारा संक्षेपतः बताया गया है।   आगे...

सत्यप्रेमी हरिश्चन्द्र

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 15

परमात्मा ही सत्य है। वह नित्य एकरस और अविनाशी है। सत्य में कभी परिवर्तन नहीं होता।   आगे...

वीर बालिकाएँ

हनुमानप्रसाद पोद्दार

मूल्य: Rs. 8

‘कल्याण’ के ‘बालक-अंक में’ प्रकाशित 17 वीर बालिकाओं के छोटे-छोटे आर्दश चरित्र इस पुस्तिका में प्रकाशित किये गये हैं।   आगे...

तीस रोचक कथाएँ

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 10

प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न वेदों एवं पुराणों से संगृहीत गायका मूल्य, कुसंग का परिणाम, विश्वास की विजय, संगीत से भगवत्प्राप्ति, द्वादशाक्षर महामन्त्र की महिमा आदि कथाओं का संकलन किया गया है।   आगे...

बालक के आचरण

हनुमानप्रसाद पोद्दार

मूल्य: Rs. 15

बालक ही सदैव देश का भविष्य होते हैं। लेखक ने बहुत ही सुन्दरता के साथ बालक को जीवन में कैसा आचरण करना चाहिए यह बताया है।   आगे...

श्रीमद्भगवद्गीता

गीताप्रेस

मूल्य: Rs. 15

इस गीताशास्त्र में मनुष्यमात्र का अधिकार है, चाहे वह किसी भी वर्ण, आश्रम में स्थिति हो; परंतु भगवान् में श्रद्धालु और भक्तियुक्त अवश्य होना चाहिये; क्योंकि भगवान् ने अपने भक्तों में ही इसका प्रचार करने के लिये आज्ञा दी है तथा यह भी कहा कि स्त्री वैश्य, सूद्र और पापयोनि भी मेरे परायण होकर परमगति को प्राप्त होते हैं।   आगे...

संत समागम

स्वामी रामसुखदास

मूल्य: Rs. 6

प्रस्तुत पुस्तक संत समागम से प्राप्त होने वाले प्रभाव व उनसे मिलने वाले गुण को प्रदर्शित करते हुए पढ़ने वालों के लिए उपयोगी सिद्ध होती है।   आगे...

 

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