हास्य-व्यंग्य >> प्रतिबिम्ब प्रतिबिम्बनरेन्द्र आहूजा
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प्रस्तुत पुस्तक ‘प्रतिबिम्ब’ में विभिन्न व्यंग्य रचनाओं के माध्यम से समाज के विभिन्न चरित्रों में व्याप्त नकारात्मक सोच एवं व्यवहार को तीखे व्यंग्यों द्वारा प्रतिबिम्बित किया है।
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