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पार्टी गेम्स

चाँदनी कक्कड़

प्रकाशक : फ्यूजन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :80
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 4897
आईएसबीएन :81-288-0388-3

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Party Games

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश


घर में जब भी किसी पार्टी के आयोजन की बात होती है तब पहली बात मन में यही आती है कि पार्टी को रोचक और मज़ेदार कैसे बनाया जाए ? अब चाहे वह जन्मदिन की पार्टी हो, गृहप्रवेश की पार्टी हो, शादी की वर्षगाँठ हो या बस ऐसे ही कुछ मित्र इकट्ठे हों। सभी मौकों पर यदि अतिथियों के मनेरंजन की अच्छी व्यवस्था हो तो ऐसी पार्टी को सभी बहुत दिनों तक याद रखते हैं। किसी भी पार्टी में अतिथियों के स्वागत-सत्कार, बैठने और अच्छे खाने की व्यवस्था तो सब करते ही हैं। इन सबके साथ ही यदि पार्टी में कुछ रोचक खेल भी खिलाए जाएँ तो बस क्या कहना। बच्चों के साथ-साथ बड़े भी खेलों में पूरी रुचि लेते हैं। इस बहाने से सब अतिथि एक-दूसरे के साथ परिचित हो जाते हैं। उससे लाभ यह होता है कि मेज़बान को इस बात की चिंता नहीं रहती कि परस्पर जान-पहचान न होने के कारण कोई अकेला महसूस करेगा।
बच्चों की पार्टी में तो मु्ख्य आकर्षण खेल ही होते हैं। पार्टी के बाद कई दिनों तक बच्चें आपस में इन खेलों के बारे में बात करते रहते हैं। खेल यदि ज्ञानवर्धक हों तो बच्चों को नई बातें सीखने का मौका भी मिलता है।
यही सब बातें थीं, जिन्होंने हमें इस पुस्तक के प्रकाशन की प्रेरणा दी। यदि आप भी अपने घर में किसी पार्टी के आयोजन की बात सोच रहे हैं तो यह पुस्तक निश्चित रूप से आपकी अच्छी सहायक सिद्ध होगी। तो इस बार कुछ अच्छे खेलों का आयोजन कीजिए और देखिए कि विदा लेते समय आपके अतिथियों के चेहरे पर आनंद की झलक होगी और आपके होठों पर संतोष की मुस्कान।
डा. गिरिराजशरण अग्रवाल

सफल पार्टी

पार्टी को सफल बनाने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण बातें अनिवार्य हैं ताकि पार्टी में उपस्थित व्यक्तियों का स्वागत-सत्कार तथा खेलकूद द्वारा पूरा-पूरा मनोरंजन हो सके।

अच्छे सहायक

पार्टी का आयोजन करने के लिए अच्छे सहायकों का होना ज़रूरी है। पार्टी को सफल बनाने के लिए और अलग-अलग कार्य के लिए अलग-अलग सहायकों को कार्यभार सौंप देना चाहिए। जैसे गेम्स के लिए ऊँची आवाज वाले दबंग व्यक्ति की आवश्यकता है, जो बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी खेल खिला सके। बच्चों की पार्टी में बड़ी बहन या भाई की सहायता ली जा सकती है। सहायक से सलाह करके पार्टी का समय, भोजन का समय, खेल का स्थान निश्चित कर लेना चाहिए।

उचित समय

पार्टी को सफल बनाने के लिए उचित समय का निर्धारण परम आवश्यक है। बच्चों की पार्टी के लिए दिन का समय उचित रहता है ताकि वे आनंदपूर्वक अपने-अपने घर जा सकें। खेल कूद के लिए स्थान की व्यवस्था करनी होती है। बड़े लोगों की पार्टी के लिए छुट्टी से पहला दिन ठीक रहता है ताकि देर रात तक चलने वाली पार्टी से अगले दिन की दिनचर्या पर प्रभाव न पड़े। छुट्टी वाले दिन बच्चों का कार्यक्रम रहे तो बच्चे भरपूर आनंद ले सकते हैं। छः साले से छोटे लिए दो से ढाई घंटे का समय काफ़ी होता है। छः साल से 14 साल तक के बच्चों के लिए 3-4 घंटे तक समय उचित रहता है। इसी प्रकार और बड़ों का समय बढ़ाया जा सकता है।

मेहमानों की संख्या

यदि पार्टी छोटे बच्चों की है तो उनकी संख्या 20 से ऊपर न हो। इतनी संख्या में बच्चे संतुलित हो जाते हैं तथा आनंदपूर्वक खेल सकते हैं। यदि बच्चे अपनी क्लास को बुलाना चाहते हैं तो उसके लिए खुले आँगन में या कोर्टयार्ड में पार्टी की व्यवस्था उचित रहेगी। ऐसी पार्टी में लड़के-लड़कियों को इकट्ठा बुलाना उचित रहता है। बड़ों की पार्टी में या किटी-पार्टी में मेहमानों की संख्या के अनुसार स्थान की व्यवस्था की जा सकती है।

पार्टी कहाँ हो ?

बच्चों की पार्टी निर्धारित करते समय ध्यान रहे कि ऐसा कमरा या आँगन ज़्यादा ठीक रहता है, जहाँ बच्चों को आने और जाने में सुविधा हो।
बड़ों की पार्टी रेस्टोरेंट अथवा मेहमानों की संख्या के अनुसार पार्टी-हाल में भी जा सकती है। देर रात तक चलने वाली पार्टी यदि घर के लॉन आदि में की जाए तो ज़्यादा बेहतर होगी। सर्दियों में पार्टी दिन में धूप में की जा सकती है। पार्टी के स्थान का निर्णय मुख्यतः उसमें आने वाले सदस्यों पर निर्भर करता है।

आकर्षक निमंत्रण

अच्छी पार्टी के लिए अच्छे निमंत्रण-पत्र का होना ज़रूरी है। लिखित निमंत्रण होने पर भूलने का ख़तरा कम हो जाता है। इसके अलावा समय, स्थान, तिथि लिखित होने पर भूल नहीं हो सकती है। आजकल छोटे बच्चों के लिए आकर्षक कार्ड्स मिलने लगे हैं। इसकी व्यवस्था आप अपने बजट को ध्यान में रखकर कर सकते हैं। मेहमानों की संख्या 20-30 तक होने पर आप कार्ड खुद ही घर में तैयार कर सकते हैं।

सजावट और कपड़े

पार्टी में सजावट मेहमानों के अनुसार होनी चाहिए। बच्चों की पार्टी के कमरे को गुब्बारे, फ्रिल्स, मिकी आदि के कार्टून द्वारा सजा सकते हैं। पार्टी-गेम्स में उपहार आदि भी उन्हीं की रुचि के अनुसार होने चाहिए। युवा पीढ़ी के लिए पार्टी में उन्हीं की पसंद के उपहारों की व्यवस्था की जानी चाहिए। ड्रिंक पार्टी के लिए खुले लॉन में धीमी प्रकाश की व्यवस्था की जाए। गेम्स तथा उनके उपहार भी उसी हिसाब से हों तो पार्टी में चार चाँद लग जाते हैं। पार्टी को आनंददायक और मनोरंजक बनाने के लिए फैंसी ड्रैस का भी आयोजन कर सकते हैं। बच्चों की पार्टी में रिटर्न गिफ्ट्स होने बहुत ज़रूरी हैं। यह अपने बजट को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किए जा सकते हैं।

व्यंजन और नाश्ता

पार्टी के अनुसार नाश्ते और व्यंजन भी सबकी पसंद के होने चाहिए। बच्चों की पार्टी में छोटे गिलासों में कोल्डड्रिंक्स, आइसक्रीम, चॉकलेट्स, नूडल्स इत्यादि हों। इनके पार्टी में ही सर्व होने से सब अच्छी तरह आनंद लेते हैं। पार्टी के अंत में खान-पान की व्यवस्था से बच्चे तो क्या बड़े भी बोर हो जाते हैं। तीन घंटे के समय में अल्प आहार आवश्यक है। अल्प आहार देते हुए इस बात का भी ध्यान रखना न भूलें कि पेपर प्लेट्स या डिस्पोज़िबल बर्तन रखने से पार्टी की व्यवस्था करने में आधी सिरदर्दी कम हो जाती है।
जन्मदिन की पार्टी में फैंसी केक चार चाँद लगा देता है तथा पार्टी के शुरू होने से पहले उसे सर्व करने से बच्चे ख़ुश हो जाते हैं।

म्यूज़िक, गाना-बजाना

पार्टी के स्थान के अनुसार वहाँ पर गानों की व्यवस्था डैक, टेप, स्टीरियो, माइक आदि से की जानी चाहिए। पार्टी में आने वाले मेहमानों की पसंद का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। कुछ खेलों में म्यूज़िक की ज़रूरत भी पड़ती है।

इनाम और तोहफे

पार्टी करते समय इस बात का अवश्य ही ध्यान रखें कि यदि बच्चों का जन्मदिन है तो उस पार्टी में बच्चों को ही बुलाया जाए। गेम्स भी बच्चों की पसंद के हों और उनको जीतने पर इनाम भी बच्चों के मतलब के हों। कई बार कुछ लोग महँगे तोहफ़ों के चक्कर में बड़े लोगों को भी बच्चों की पार्टी में बुला लेते हैं, जिससे पार्टी में गेम्स आदि खेलने का आनंद कम हो जाता है। बच्चों के लिए गेम्स में काफ़ी संख्या में सस्ते तोहफ़े रखें, जिससे ज़्यादातर बच्चे आनंद उठा सकें।

पार्टी का दिन

पार्टी से दो तीन घंटे पहले ही उसके लिए निश्चित कार्यों की लिस्ट चैक कर लें। यदि कोई कार्य रह गया हो तो तुंरत निपटाएँ। यदि पार्टी में बहुत छोटे-छोटे बच्चे हैं तो उनके नाम की स्लिप लगा दें। इससे गेम आदि कराने में आराम होता है। विशेष मेहामान का परिचय कराना न भूलें। पार्टी में जैसे-जैसे मेहमान आते जाते हैं, खुद बातों में न खोकर उनको व्यवस्थित ढंग से बैठाएँ। पार्टी में अपने सहायकों की मदद से की गई व्यवस्था की जाँच कर लें।
पार्टी के दिन आने वाले प्रत्येक मेहमान के पास खुद जाकर अवश्य बातचीत करें, जिससे वह अपने आपको अनावश्यक मेहमान न समझे।

दुविधापूर्ण क्षण

पार्टी में कई ऐसे क्षण आते हैं, जिसमें यदि दूरदर्शिता से काम लिया जाए तो वातावरण सौम्य बना रहता है। गेम्स कराते समय कई बार बच्चे चीटिंग करते हैं या कोई बच्चा अपने शर्मीले स्वभाव के कारण खेलना नहीं चाहता है तो उसे आप विवश न करें। उसे प्यार से समझाएँ।
किसी मेहमान को तिरस्कृत न करें चाहे वह छोटा हो या बड़ा। ताने देकर कोई बात न कहें। इससे निश्चय ही पार्टी का माहौल ख़राब नहीं होगा। गेम्स कराते समय कुछ बच्चे या बड़े उत्सुक हो जाते हैं। उनसे व्यर्थ की बहस न करके उनको अपने नंबर का इंतज़ार करने को कहें।
छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान दें कि वे अकेले किसी तरफ़ न निकलें या अपने को बाथरूम में लॉक न कर लें। कई व्यक्तियों को नई जगह पर जाने की उत्सुकता-सी बनी रहती है। इधर क्या है ? वहाँ क्या है ? वहाँ कौन है ? इसलिए मेज़बान को अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए सब कार्य ध्यानपूर्वक करने चाहिए।

बच्चों के लिए विशेष घर

केवल बच्चों के लिए की गई पार्टी में पूरा ध्यान बच्चों पर ही केंद्रित रहता है लेकिन कभी-कभी वयस्कों के साथ भी बच्चों को आमंत्रित करना पड़ता है। यदि बच्चों के लिए कुछ बातों पर विशेष ध्यान दे दिया जाए तो पार्टी में चार चाँद लग जाते हैं।
परिवार के बड़े व्यक्ति को चाहिए कि वह घर में सभी सदस्यों को समझा दें कि पार्टी में आने वाले बच्चों से प्रेमपूर्वक मिलें। मेहमान बच्चे नई जगह पर एकदम खुल नहीं पाते हैं। इसलिए वे अपने माता-पिता के साथ ही चिपके रहते हैं, जिससे वह पार्टी का आनंद नहीं उठा पाते।
घर के बच्चों का भी कर्त्तव्य है कि वे मेहमान बच्चों से परिचय करके उनकी तरफ़ दोस्ती का हाथ बढ़ाएँ। उनका नाम, स्कूल का नाम व उनकी रुचियों के बारे में बातचीत करते हुए अपने कमरे में ले जाएँ।
बच्चों के लिए अलग से थोड़ा-सा आयोजन हो तो क्या कहने ! बच्चों का कमरा भी उनकी पसंद के अनुसार सजाया जाना चाहिए। यदि घर में वी.सी.आर. हो तो जब तक पार्टी के अन्य कार्यक्रम शुरू न हों, बच्चों की मनपसंद फ़िल्म लगाकर बैठा दिया जाए।
गेम्स इत्यादि में मस्त होकर बच्चे खाना-पीना भूल जाते हैं। इसलिए बड़ों से पहले उसके गेम्स और बड़ों से पहले उनके खाने-पीने पर ध्यान दें तो बच्चे शांति से बैठे रहेंगे और तंग नहीं करेंगे।
बच्चे जब साथ-साथ खेलते हैं तो उनमें झगड़ा होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए घर में किसी सहायक या बड़े बच्चों को मेलजाल की हिदायतें देकर उनकी निगरानी में छोड़ दें। बच्चों को उनकी आयु के हिसाब से भी अलग-अलग बैठाया जा सकता है।
बच्चों को पानी, शीतल पेय, टॉफ़ी, आइस्क्रीम थोड़ी-थोड़ी देर में मिलती रहे तो ठीक रहेगा। बच्चों की पार्टी के स्थान को बच्चों की पसंद के हिसाब से सजाना न भूलें।

पार्टी में जाने से पूर्व

पार्टी में जाने से पूर्व यदि आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो न तो आपको कभी परेशानी होगी और न ही जहाँ आप पार्टी में गए हों, उनको परेशानी होगी।
घर से निकलने से पहले अपने वाहन की हवा, पानी, स्टेपनी और विशेषकर पेट्रोल की जाँच अवश्यक कर लें। यदि गंतव्य स्थान के बारे में पूरी जानकारी न हो तो जाने से पूर्व ही मेज़बान से फ़ोन द्वारा पता कर लें और यह बात पूछना न भूलें कि आपके घर से उनके घर तक कितना समय लगता है ?
पार्टी में देर भी हो सकती है। लौटते समय यदि आपके पास अपने वाहन की व्यवस्था न हो तो बस या स्कूटर के जाने के आख़िरी समय से पहले ही वहाँ से निकल लें।
यदि सौभाग्य से आप पार्टी में समय पर पहुँच गए और वहाँ पर किसी कारणवश तैयारी न हो तो उसकी आलोचना करने के स्थान पर सहायक बनना चाहिए और उनकी पूरी मदद करनी चाहिए।
पार्टी में जाने से पूर्व तय कर लें कि परिवार में किस-किस सदस्य को जाना है और कैसे जाना है ? सबके साथ इकट्ठे जाना है या बच्चों को पहले भेजना है। एक नियत स्थान और नियत समय पर मिल कर जाएँ।
अपना सौंदर्य उपचार या बच्चों के बालों आदि की कटिंग एक दिन पूर्व ही करा लें। इसी के साथ जो कपड़े पहनकर जाने हैं, उनका निर्णय भी पहले ही कर लें और उन्हें समय से प्रेस आदि करवाकर उचित तरीक़े से तैयार रखें। जिस स्थान पर पार्टी के लिए जाना है, वहाँ तक पहुँचने में जितना समय लगता है उसमें 20 मिनट और जोड़कर पार्टी के समय के हिसाब से घर से चलें ताकि रास्ते में जाम वगैरह होने पर ठीक समय पर पहुँच सकें। यदि बच्चों को अकेले भेजना है तो किसी जिम्मेदार व्यक्ति के साथ वहाँ छोड़ने तथा ले जाने का प्रबंध करें। किसी के भरोसे न रहकर यह कार्यभार स्वयं ही सँभालें तो ज़्यादा अच्छा होगा। यदि आपके पास समय कम हो तो आप बेझिझक माफ़ी माँगकर और अपनी शुभकामनाएँ देकर विदा लें। समय की कमी आदि की चर्चा आप फ़ोन पर पहले भी कर सकते हैं।
किसी के कारण देरी हो जाए तो अपना गुस्सा न तो बच्चों पर निकालें और न ही खुद पर। सामान्य रहकर पार्टी का मज़ा लें और औरों को भी लेने दें।

पार्टी में गेम्स कराने के तौर-तरीक़े

अक्सर पार्टियों की आयोजन मनोरंजन के लिए किया जाता है। मेजॉबान जब भी पार्टी आयोजित करें उन्हें गेम्स के लिए कम-से-कम आधा घंटा निकालना होगा। गेम्स का चयन भी पार्टी में आए मेहमानों के अनुसार होना चाहिए। यदि बच्चों के जन्मदिन की पार्टी हो तो बच्चों के लायक गेम्स कराए जाने चाहिए। उम्र का ध्यान देना अति आवश्यक है।
गेम्स के लिए उपहार अर्थात् सेकिंड, थर्ड आने वाले बच्चों को इनाम देना न भूलें। आजकल बच्चों के जन्मदिन पर पर प्रायः रिटर्न गिफ्ट्स दिए जाते हैं। यदि ये गिफ्ट्स गेम कराते समय दें पार्टी में चार चाँद लग जाएँगे।
गेम कराने के लिए एक निर्णायक का होना ज़रूरी है। बच्चों की या पार्टी में आने वाले मेहमानों की संख्या ज़्यादा होने पर गेम कराने वाला एक सहायक भी होना चाहिए, जो गेम कराने की व्यवस्था कर सके। गेम न्यायपूर्वक पूरे हो जाएँ, इसका भी ध्यान रखें। गेम का समय निर्धारित करते समय यह ध्यान रहे कि खाने से पूर्व गेम्स हों क्योंकि बच्चे या बड़े लोग खाना या नाश्ता लेते ही जाने की जल्दी करते हैं। गेम्स कराते हुए अनुशासन का भी ध्यान रखें। जो बच्चा आउट हो या ठीक तरह से खेल नहीं पा रहा हो, उस पर हँसें नहीं। इनाम न मिलने पर कटाक्ष या व्यंग्य करना भी शोभा नहीं देता।
कुछ लोग गेम्स में नंबर लेने के लिए अक्सर और लोगों से पूछेंगे। निर्णायक को इन बातों पर ध्यान देना होगा कि बच्चे बेइमानी न कर पाएँ। यही बात अक्सर बड़े लोगों पर भी लागू होती है। इसलिए ध्यान से गेम कराने की ज़रूरत है। गेम कराने के लिए समय को निर्धारित करना भी ज़रूरी है। उचित यही है कि मेहमानों के आने से पूर्व ही गेम कराने की तैयारी कर लें। गेम कराने से पूर्व गेम के नियम या तरीका बताना आवश्यक है।

नंबर गेम
परिचय

दिए गए नंबर के अनुसार लगातार बोलते रहना।

आवश्यक सामग्री

इस गेम के लिए किसी सामग्री की आवशयकता नहीं है।
जब सभी एकत्रित हो जाएँ, एक सहायक बीच में खड़ा होकर गेम करा सकता है। किसी भी नंबर से इस गेम का आरंभ हो सकता है। जैसे 2 नंबर से आरंभ करने पर दूसरे खिलाड़ी को 4 बोलना है। इस प्रकार यह गिनती बढ़ती रहेगी 2-4-6-8। यदि 8 बोलने के बाद आगे वाला खिलाड़ी 10 न बोलकर 9 बोल दे या 8 ही दुहरा दे, तब वह गेम से आउट हो जाएगा। इस प्रकार अंत में बचे तीन खिलाड़ी ही प्रथम, द्वितीय और तृतीय होंगे।
इसी प्रकार यही गेम विषय (ऑड) नंबरों से भी करा सकते हैं। जैसे-1-3-5-7-9 आदि जैसे पहले खिलाड़ी ने 1 बोला, उसमें 2 जोड़ कर दूसरे ने 3 बोला। इसी प्रकार यह क्रम चलता रहेगा। गलत जोड़ने या गलत बोलने पर खिलाड़ी आउट होते जाएँगे। अंत में बचने वाला खिलाड़ी ही विजेता माना जाएगा।

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