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कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियां

जसवंत सिंह विरदी

प्रकाशक : नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया प्रकाशित वर्ष : 1998
पृष्ठ :142
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 471
आईएसबीएन :81-237-2288-5

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साहित्य अकादमी की ओर से पुरस्कृत कुलवंत सिंह विर्क की कहानियों में से 29 कहानियों का संकलन

Kulwant Singh Virk Ki Chuninda Kahaniyan - A hindi Book by - jaswant singh virdi कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियां - जसवंत सिंह विरदी

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

कुलवंत सिंह विर्क पंजाबी की आधुनिक कहानी के बादशाह हैं। इन्होंने जितने सरल ढंग से विचार प्रकट किये हैं, उतने ही बौद्धिक और सूक्ष्म दृष्टि के साथ तथ्य को भी ग्रहण किया है। विर्क की कहानियों का ख़ास गुण इनकी मानवीय पकड़ है। उसको देश-विभाजन का भी पूरा-पूरा अनुभव प्राप्त है। साहित्य अकादमी की ओर से पुरस्कृत कुलवंत सिंह विर्क की कहानियों में से 29 कहानियाँ इस संकलन में सम्मिलित की गयी हैं। विर्क की अनेक कहानियाँ साधारणता में से असाधारणता को उभार कर कुछ इस ढंग से शब्दों के प्रतीक सृजन करती हैं कि वे प्रायः मिथ-सृजन का रूप धारण कर बैठती हैं।

इस कहानी संग्रह का सम्पादन पंजाबी के वरिष्ठ और चर्चित कहानीकार और उपन्यासकार सरदार जसवंत सिंह विरदी ने बेहद परिश्रम और लगन के साथ किया। इनके अनुवादक सुभाष नीरव हिन्दी तथा पंजाबी - दोनों भाषाओं पर समान अधिकार रखने वाले साहित्य-मर्मज्ञ हैं।


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