लोगों की राय

हास्य-व्यंग्य >> यारो शादी मत करना

यारो शादी मत करना

सुनील जोगी

प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2006
पृष्ठ :168
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 3465
आईएसबीएन :81-288-1389-7

Like this Hindi book 11 पाठकों को प्रिय

437 पाठक हैं

कविता संग्रह...

Yaron shadi mat karna

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

आपका दर्द मिटाने का हुनर रखता हूं
जेब खाली है, खज़ाने का हुनर रखता हूं
मेरी आंखों में भले, आंसुओं का सागर है
मगर जहां को हंसाने का हुनर रखता हूं।

शुभकामना-संसार

•    डॉ. सुनील जोगी देश की नई पीढ़ी के प्रख्यात कवि एवं लेखक हैं। वे अपनी कविताओं से किसी को भी हंसाने की क्षमता रखते है। उनसे मिलकर एक नया अनुभव होता है। मैं समझती हूं कि हास्य कवि होने के साथ-साथ भविष्य में वे एक सफल गीतकार के रूप में अपनी पहचान बनाएंगे।    

-भारत रत्न लता मंगेशकर


•    डॉ. सुनील जोगी मेरे प्रिय मित्र और बहुचर्चित कवि हैं। हास्य-व्यंग्य कवि के रूप में उन्होंने देश-विदेश में अपनी नयी पहचान बनायी है। लगभग पचास पुस्तकों के लेखक प्रिय जोगी देश की नयी ऊर्जा का प्रतीक हैं। उन्होंने गीत, ग़ज़ल, भजन, एवं हास्य सभी कुछ बड़ी कुशलता से लिखा है। अपने ‘शिवा’ एलबम में उनके लिखे भजन गाकर मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई। आजकल वे फिल्मों के गीत भी लिख रहे हैं।
ईश्वर उन्हें हर क्षेत्र में यश के शिखर पर पहुंचाये।


-जगजीत सिंह


•    डॉ. सुनील जोगी कविता की फील्ड का एक जाना-पहचाना नाम है। वे जब अपनी हास्य कवितायें लेकर मंच पर आते हैं तो तेन्दुलकर की तरह छक्के लगाते हैं और सुनने वाले स्टेडियम की तरह जोरदार तालियां बजाते हैं। जब मैंने उन्हें सुना तो ऐसा लगा जैसे तेन्दुलकर बैटिंग कर रहे हैं। पता चला कि श्री जोगी ने खूब लिखा है, कई रिकॉर्ड भी बनाये हैं। मेरी शुभकामनायें हैं कि वे कविताओं के और रन बनायें और बिना सेंचुरी मारे आउट न हों।


-सुनील गावस्कर


•    डॉ. सुनील जोगी की कविताएं सामयिक विषयों पर एक जागरूक और संवेदनशील कवि की सशक्त प्रतिक्रिया हैं। उनकी कविताओं में मैंने व्यक्तिगत तौर से जीवन के अनेकानेक रंग, संदेश और गहरी विचारशीलता की अनूठी छाप देखी। भविष्य में उनकी कलम से निकली हर रचना के प्रति मेरी उत्सुकतापूर्ण प्रतीक्षा रहेंगी।      

-शेखर सुमन


•    डॉ. सुनील जोगी देश के सुविख्यात लेखक और कवि हैं। बहुत कम आयु में ही उन्होंने कई पुस्तकों की रचना की है और देश के अग्रणी साहित्यकारों में अपना स्थान बनाया है। मैंने उन्हें कई बार सुना है। वे बहुमुखी प्रतिभा के कवि हैं एवं उन्होंने साहित्य की हर विधा में काम किया है।

-राज बब्बर


•    आपकी रचनाएं मैं बहुत पसंद करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि आपकी रचनाएं घर-घर आनन्द पहुंचाएं। 
          

-अनूप जलोटा


•    सुनील जोगी न केवल एक बेहतरीन कवि और शायर हैं बल्कि एक अच्छे इंसान भी हैं। मैं इस प्रतिभावान कवि को अपनी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं एवं ईश्वर से दुआ करता हूं कि डॉ. जोगी देश ही नहीं, दुनिया में अपना नाम रौशन करें।            


-सावन कुमार


•    श्री सुनील जोगी की काव्य रचनाएं पढ़ीं। सुनकर शब्दों का चयन करके बहुत ही गहरे भावों के साथ उन्होंने रचनाएं लिखी हैं जिनको पाठक पढ़ कर आनन्द विभोर होंगे।

-पं. बिरजू महाराज

•    मैं डॉ. सुनील जोगी के गीत लेखन एवं कला के क्षेत्र में उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। उनके गीतों में नयी पीढ़ी की सोच और विचारशीलता दिखाई देती है। मैं उनकी कामयाबी के लिए दुआ करता हूं और अपनी मुबारकबाद देता हूं।         

-तलत महमूद


•    यदि लगन, परिश्रम और साधना को एक जगह पुंजीभूत देखना हो तो सुनील जोगी के व्यक्तित्व को निकट से निरखिए-परखिए।


-पं. गोपाल प्रसाद व्यास


हास्य-व्यंग्य कविता में संगीत-विहीन सन्नाटे को तोड़ने वाला एक नाम है-सुनील जोगी। कवि-सम्मेलनों में श्रोताओं ने उन्हें तन्मयता के साथ झूम-झूमकर सुना है और कवि-सम्मेलन के बाद पूरे शहर ने उन्हें गुनगुनाया है। पिछले तेरह वर्षों में मैंने सुनील को किसी निंदक मोड़ पर रुकते ठहरते नहीं देखा। अपने चुम्बकीय कौशल से सुनील ने मुझे सदा लुभाया है।

-प्रो. अशोक चक्रधर


•    सुनील जोगी अकेला होते हुए भी इस शताब्दी का अत्यन्त महत्वपूर्ण हास्य-व्यंग्य-विनोद का भारतीय हस्ताक्षर सिद्ध होगा।


-बालकवि बैरागी


•    मैं सुविख्यात लेखक और कवि डॉ. सुनील जोगी की रचनाशीलता से पिछले कई वर्षों से परिचित हूं। वे बहुविधाकार और बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न हैं। मुझे उनकी कई पुस्तकें पढ़ने एवं कई काव्य मंचों पर सुनने का अवसर मिला है। वे किसी भी विषय को कविता में ढालने का सामर्थ्य रखते हैं।        


-मनोहर जोशी


•    हिन्दी के साहित्याकाश में धूमकेतु की तरह छा जाने वाले डॉ. सुनील जोगी साहित्य जगत के लिए कोई नया नाम नहीं है। अल्पवधि में ही लाखों पाठक उनकी प्रतिभा के कायल हो गये हैं।

श्री जोगी जी मेरे पुराने परिचित हैं एवं इनकी सहृदयता एवं लेखन से मैं प्रभावित हूं। ये जितने अच्छे लेखक हैं, उतने ही अच्छे इंसान हैं, इनके अन्दर जो देशभक्ति की भावना है, समाज में घटित हो रही घटनाओं को परखने की शक्ति है, वह इन्हें एक दिन अवश्य लेखन क्षेत्र में शिखर की ओर ले जाएगी, ऐसी मेरी कामना है।


-डॉ. साहिब सिंह वर्मा


•    डॉ. सुनील जोगी देश के नामी रचनाकार और शायर हैं। उनकी शायरी को मुझे सुनने का अवसर मिला है। वे अच्छी शायरी करते हैं। उनकी शायरी में हास्य और व्यंग्य का पुलिंदा नजर आता है।


-पी.एम. सईद


•    हास्य बड़ा कठिन काम है। हास्य को गाना और कठिन काम है लेकिन सुनील जोगी जिस खूबसूरती से गाते भी हैं। सुनील जोगी का व्यंग्य सुनने वालों को जगाने का काम करता है। इसे नये कवि ने बहुत बड़ा काम किया है।
इस हंसाने वाले कवि की अच्छी उमर के लिए मैं मानता हूं कि ईश्वर भी प्रार्थना कर रहा होगा और आगे बढ़े और नई-नई ऊंचाइयां छुये। इन्हीं बातों के साथ मेरी बहुत-बहुत बधाइयां।

-सुरेन्द्र शर्मा


•    मैं डॉ. सुनील जोगी को बरसों से जानता हूं। कई बार उनको कवि सम्मेलनों में सुनने का अवसर मिला। उनकी कविता में मिठास है, जिसको हजारों श्रोताओं ने पसंद किया है। वो एक अच्छे कवि ही नहीं, बल्कि एक अच्छे लेखक भी हैं।


 -बी.सत्यनारायण रेड्डी


•    तहलका कांड के सदमें से जागरूक देशवासी अभी उभर नहीं पाये थे कि सुनील जोगी ने एक नया तहलका मचा दिया है लोकप्रिय कविता के क्षेत्र में।


-डॉ. गोविन्द व्यास


•    सुनील एक सितारे की भांति कवि सम्मेलन के आकाश पर छा गये हैं। बहुमुखी प्रतिभा के साथ-साथ उनकी शालीनता, व्यवहार, बड़ों को आदर-सम्मान देने की भावना तथा निरंतर नूतन-रचना-प्रक्रिया उनको पृथक खड़ा करती है। उन्होंने काफी कुछ लिखा है, उनका परिश्रम श्लाघ्य है।


 -डॉ. हरीश नवल


•    नई पीढ़ी के हास्य-व्यंग्य कवियों में आपका शीर्ष स्थान है। हास्य की छंद-परंपरा को आगे बढ़ाने में आपके अवदान का मैं सतत प्रशंसक रहा हूं। हिन्दी में सहज हास्य-व्यंग्य कम लिखा जा रहा है आप निरंतर उसकी प्रतिपूर्ति कर रहे हैं। आपसे अभी तमाम अपेक्षाएं हैं।


 -सूर्यकुमार पाण्डे


बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न-सुनील जोगी

बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न, खूबसूरत कपड़ों का शौकीन, चंचल संभ्रम ऑखों और मुस्कराते होठों वाला बेहद खूबसूरत सुनील जोगी एक ऐसा व्यक्तित्व है जो दोस्तों में बैठ जाए तो हास्य-व्यंग्य का पुलिंदा और बड़ों में बैठ जाए तो गंभीर बहस करता हुआ एक राजनीतिक दस्तावेज। सुनील में शाइस्तगी है, भद्रता है, वह मंच पर भी फूहड़ और भोड़ेपन से दूर रहता है।
श्रोताओं को मंच पर सुनील के आने का इंतजार होता है। सुनील जानता है कि जनता तक पहुंचने के लिए पहले उसके तनाव को तोड़ना होगा। सुनील जोगी की नज़र तीखी और पैठ गहरी है। यह संजीदा से संजीदा मसलों को सहज हास्य-व्यंग्य की फुलझड़ियों में तब्दील करके पहले श्रोताओं को गुदगुदाता और हसाता है फिर उनका बगलगीर होकर धीरे-धीरे उन्हें यह सोचने को मजबूर कर देता है कि जिस समाज में वह रह रहे हैं उसमें आ रही तेज़ गिरावट को अगर उन्होंने नहीं समझा और संभाला तो वे उसकी चपेट में आ जाएँगे।

सुनील एक ऐसा कलाकार है जो नौशे की तरह खूबसूरत संगीत की तरह मादक, तलवार की तरह धारदार और यूकेलिप्टस वृक्ष की तरह वायुमंडल की तरह कल्याणकारी है। उसके कवित्त की अदायगी पर आप बेसाख्ता ठहाका लगाकर हंस पड़ते हैं जब वह अपने छंद को कहकर जब चुप हो जाता है तो आप सोच में पड़ जाते हैं। वह एक ऐसा जादूगर जो आपकी आँखों के सामने खूबसूरत तिलिस्म रचता है लच्छेदार बातों की बारिश से आपको भिगोता है फिर आपको गंभीर सोच का बुखार देता है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book