लोगों की राय

नई पुस्तकें >> तिनका एक सफरनामा

तिनका एक सफरनामा

संजीव दीक्षित

प्रकाशक : अनुराधा प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :80
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 10124
आईएसबीएन :9789385083778

Like this Hindi book 0

‘‘तिनका - एक सफरनामा’’ एक किताब मात्र नहीं है और न ही कविताओं के संग्रह तक सीमित है बल्कि मेरे लिए खुली आँख से देखा ख्वाब है।

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

‘‘तिनका - एक सफरनामा’’ एक किताब मात्र नहीं है और न ही कविताओं के संग्रह तक सीमित है बल्कि मेरे लिए खुली आँख से देखा ख्वाब है जो इंसान ताउम्र जीना चाहता है चाहे हर तरफ कितनी भी उथल-पुथल क्यों न हो। वो कहते हैं न ‘डूबते को तिनके का सहारा ही सही’ ये बात सौ आने इस किताब को पढ़ने वाले को महसूस होगी और कहीं न कहीं रूह से रूह को दस्तक होगी, जब तिनका नामी ये कवितायें पाठक को ऊबार लायेंगी तर्जुबों की असीमित गहराइयों से, जिंदगी के इंद्रधनुषी मौसमों की चुभन से। ‘तिनका - एक सफरनामा’ में लिखी हर एक पंक्ति, हर एक शब्द एक सच है और सच हमेशा पारदर्शी होता है।

प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

No reviews for this book