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प्रियंवद

एक अपवित्र पेड़

प्रियंवद

मूल्य: Rs. 98

जीवन की विराटता को समेटे हुए अत्यन्त चर्चित और लोकप्रिय कथाकार प्रियंवद का एक महत्वपूर्ण कथा-संग्रह   आगे...

छुटटी के दिन का कोरस

प्रियंवद

मूल्य: Rs. 250

छुटटी के दिन का कोरस' कथाकार और इतिहासवेत्ता प्रियंवद का तीसरा उपन्यास है…   आगे...

धर्मस्थल

प्रियंवद

मूल्य: Rs. 225

मूलतः इतिहासविद माने जाने वाले प्रियंवद का अति संवेदनशील उपन्यास   आगे...

परछाई नाच

प्रियंवद

मूल्य: Rs. 160

परछाई नाच सत्ताओं की छाया के बीच मनुष्य के अस्तित्व के अर्थ उसके प्रश्न और संघर्ष का जीवन्त आख्यान है...   आगे...

भारत विभाजन की अन्तःकथा

प्रियंवद

मूल्य: Rs. 530

भारतीय उपमहाद्वीप की सीमाएँ गांधार से लेकर कन्याकुमारी तक फैली रही हैं। इतिहासविदों को अभी उपलब्ध जानकारी के अनुसार अशोक के समय और बाद में औरंगजेब के समय में भी भारतीय सीमाएँ अपने सर्वाधिक विस्तारित रूप में थीं। लेकिन सन् 1947 में चंद लोगों की व्यक्तिगत आकांक्षाओं ने इस विस्तार को एक बार पुनः बाधित किया। इस विभाजन की अंतःकथा।   आगे...

 

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